दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर NGT ने मांगी रिपोर्ट, स्कूल हुए बंद

दिल्ली में दीपावली के बाद खराब हुई एयर क्वालिटी पर एनजीटी ने सख्त रुख अपनाते हुए दिल्ली सरकार को तुरंत मीटिंग बुलाने का निर्देश दिया है. एनजीटी ने दिल्ली सरकार को कल यानि शुक्रवार तक स्टेटस रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. दिन-प्रतिदिन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है.

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दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर NGT ने मांगी रिपोर्ट, स्कूल हुए बंद

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  • November 4, 2016 4:09 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. दिल्ली में दीपावली के बाद खराब हुई एयर क्वालिटी पर एनजीटी ने सख्त रुख अपनाते हुए दिल्ली सरकार को तुरंत मीटिंग बुलाने का निर्देश दिया है. एनजीटी ने दिल्ली सरकार को कल यानि शुक्रवार तक स्टेटस रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.  दिन-प्रतिदिन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. नौबत यहां तक आ पहुंची है कि बच्चों के स्वास्थ्य पर इसके असर को देखते हुए अब स्कूल बंद करवाने पड़ रहे हैं. 
 
दिवाली के बाद से हालात बेहद खराब हो गए हैं. दिन की शुरुआत ही सुबह की धुंध के साथ हो रही है. स्कूलों ने निर्देश दिए हैं कि बच्चों को गैस मास्क पहनाकर स्कूल भेजा जाए और बच्चे फिजिकल एक्टिविटी में कम हिस्सा लें. एनजीटी ने इस हालात को देखते हुए ही ये कड़ा रुख अपनाया है. दरअसल एनजीटी डेंगू से जुड़ी एक याचिका पर गुरुवार को सुनवाई कर रही थी. जिसमें दिल्ली सरकार और एमसीडी ने बताया कि दिल्ली में मच्छर, दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण के कारण वैसे ही मर गए हैं.
 
इसी पर एनजीटी ने पूछा कि आपने दिल्ली मे प्रदूषण के इतना बढ़ने के बाद आम लोगों के लिए क्या इमरजेंसी स्टेप्स लिए? क्या आपने बच्चों को इस प्रदूषण से बचाने के लिए स्कूलों को बंद किया? क्या आपने कोई एडवायजरी लोगो के लिए जारी की? साफ हवा में सांस लेना लोगों का जायज हक है.
 
स्मॉग की वजह से एनजीटी ने अपनाया कड़ा रुख
दिल्ली में वायु प्रदूषण के बाद छाई धुंध (स्मॉग) पर एनजीटी ने सख्त रुख अपनाया है. पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल माधव दवे ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे पर काफी गंभीर है. एनजीटी ने इस मामले में दिल्ली के मुख्य सचिव को कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. दीपावली में पटाखों के इस्तेमाल के बाद वातावरण में फैले प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को सभी संबंधित विभागों के साथ आज ही तुरंत बैठक करने के निर्देश दिए हैं.
 
30 अक्टूबर को दिवाली के बाद से ही दिल्ली धुंध की चादर में लिपटी नजर आई. इस दौरान वातावरण में घुले हानिकारक तत्व पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर खतरनाक स्तर के पार पहुंच गया .
 
पिछले तीन दिन से स्मॉग का बुरा असर दिल्ली में देखा जा रहा है. इससे बुजुर्गों और बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है. दिल्ली में बुधवार को दिनभर धुंध छाई रही और गुरुवार को भी धुंध का यही हाल है. धुंध की वजह से दिल्ली में विजिबिलिटी भी काफी कम हो गई है. नवंबर के महीने में इतनी कम विजिबिलिटी पिछले कई सालों में नहीं रही.
 
दिवाली पर 42 गुणा बढ़ा प्रदूषण
केंद्र सरकार की प्रदूषण पर नज़र रखने वाली संस्था सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च के मुताबिक दीवाली पर आतिशबाजी के बाद खतरनाक पर्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 2.5 का स्तर 507 तक पहुंच गया. वहीं पीएम 10 का स्तर 511 तक था.
 
पीएम 2.5 और पीएम 10 का लेवल 400 से ऊपर चला जाता है तो ये इंसानी फेफड़ों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. पीएम के जरिए हवा में मौजूद धूल और धुएं का स्तर मापा जाता है. दिल्ली के पॉश इलाके लोधी रोड में भी सोमवार सुबह इसका खतरनाक स्तर रिकॉर्ड किया गया.
 
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 42 गुना तक बढ़ गया है. फिलहाल शहर में इतना धुंआ है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर इंसानों के रहने के लिए सबसे खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. देश के दस बड़े प्रदूषित इलाकों में से आठ दिल्ली और एनसीआर के हैं.

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