नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जजों के फोन टेप किए जाने के आरोप का गृह मंत्रालय ने खंडन करते हुए कहा है कि इसमें किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है. गृह मंत्रालय ने जजों के फोन टेप किए जाने वाली बात का पूरी तरह से खंडन किया है.
अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ही कहा कि जजों के फोन आजकल टैप हो रहे हैं. केजरीवाल ने कहा कि उन्होने दो जजों को आपस में बात करते हुए सुना था कि उनके फोने टैप हो रहे हैं.
सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें केजरीवाल और मोदी, चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे. इस दौरान केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने जब दो जजों को आपस में बात करते हुए कि उनके फोन टैप हो रहे हैं तो मैंने उनसे कहा कि अरे नहीं, जजों के फोन कभी टैप नहीं हो सकते. हालांकि यदि यह सच है तो यह न्यायपालिका पर सबसे बड़ा अटैक है.’
रविशंकर ने दिया जवाब
केजरीवाल के इस आरोप पर पलटवार करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा ऐसी कोई बात नहीं है. फोन टैप करने वाली बात पूरी तरह से निराधार है. मोदी सरकार कानून की आजादी के लिए प्रतिबद्ध है.
वहीं चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा ने केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि केजरीवाल ने जिस तरह कोर्ट को आर्थिक मदद देने की बात कही है, उससे मुजे बेहद खुशी मिली है.