मुंबई जैसे आतंकी हमले के लिए जासूसी कर रहा था पाकिस्तानी उच्चायोग का अधिकारी

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को जासूसी करते चिड़ियाघर के गेट के पास से पाकिस्तान उच्चायोग का अधिकारी महमूद अख्तर को पकड़ा है. इसके पास से भारतीय सुरक्षा अभियान और बीएसएफ दस्तावेज बरामद हुए हैं. वह इन सूचनाओं का इस्तेमाल साल 2008 के मुंबई हमले की तरह ही आतंकी हमले को अंजाम देने में कर रहा था.

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मुंबई जैसे आतंकी हमले के लिए जासूसी कर रहा था पाकिस्तानी उच्चायोग का अधिकारी

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  • October 28, 2016 4:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने बुधवार को जासूसी करते चिड़ियाघर के गेट के पास से पाकिस्तान उच्चायोग का अधिकारी महमूद अख्तर को पकड़ा है. इसके पास से भारतीय सुरक्षा अभियान और बीएसएफ दस्तावेज बरामद हुए हैं. वह इन सूचनाओं का इस्तेमाल साल 2008 के मुंबई हमले की तरह ही आतंकी हमले को अंजाम देने में कर रहा था.
 
 
मुंबई जैसे आतंकी हमले की थी साजिश
अधिकारी ने बताया कि इस तरह की गुप्त सूचनाओं के आधार पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में फिर से मुंबई जैसे आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों को भेजने की साजिश रचने में लग गई थी. अख्तर की गतिविधियों और पश्चिमी तट के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में उसकी दिलचस्पी से जुड़ी गुप्त सूचनाएं मिलीं थी. पूछताछ में पता चला है कि पिछले डेढ़ सालों से वह भारत में रहकर गुप्त जानकारियों को पाकिस्तान पहुंचा रहा था.
 
 
महमूद अख्तर को नहीं किया गया गिरफ्तार
महमूद अख्तर को इसलिए अरेस्ट नहीं किया गया है क्योंकि उसे डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी हासिल है. हालांकि उसने दिल्ली पुलिस के सामने जासूसी में अपनी भूमिका को स्वीकार कर लिया है. अख्तर ने पुलिस को बताया कि वह पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से वह भारत की गुप्त सुचनाओं की जासूसी में शामिल था. दिल्ली पुलिस ने महमूद अख्तर के बयान की विडियो रिकॉर्डिंग भी की है.
 
लड़कियों का इस्तेमाल करता था पाकिस्तानी उच्चायुक्त के अधिकारी
पाकिस्तानी उच्चायुक्त से चल रहे जासूसी रैकेट में लोगों को फंसाने के लिए हनी ट्रैप की बातें भी सामने आ रही है. महमूद अख्तर असल में ISI एजेंट था. उसी साजिश के तहत ही ISI ने उसे भारत में भेजा. अख्तर और उसके तीन साथी बीएसएफ और आर्मी की जासूसी कराने के मकसद से लोगों को लड़कियों के जरिए फंसाने का काम करते थे. अख्तर यह गुप्त जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तक पहुंचा देता था. दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम इस एंगल से भी बारीकी से जांच करने में जुट गई है.
 
 
दोनों भारतीय गिरफ्तार
इतने ही नहीं इस काम में महमूद अख्तर की मदद दो भारतीय भी कह रहे थे. पुलिस ने इन दोनों लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है. इनके नाम मौलाना रमजान और सुभाष जांगिड़ के रूप में हुई है. दोनों ही राजस्थान के रहने वाले हैं. अख्तर इन लोगों से पैसा लेकर जानकारी इकट्ठा करता था. 
 
राजस्थान से गिरफ्तार पाकिस्तान का तीसरा जासूस
महमूद अख्तर के बाद राजस्थान के जोधपुर में भी शोएब नाम के एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया गया है. जोधपुर पुलिस जासूस को दिल्ली लेकर आ रही है. इससे पहले दिल्ली कोर्ट ने सुभाष जांगिड़ और मौलाना रमजान को 12 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. इन दोनों पर संवेदनशील सूचनाएं अख्तर तक पहुंचाने का आरोप लगा है. दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को ही इन दोनों की गिरफ्तारी की थी. क्राइम ब्रांच का दावा है कि ये दोनों लोग महमूद अख्तर के प्रभाव में आकर उसे आर्मी की गुप्त सूचनाएं मुहैया कराता था.
 
पाकिस्तान के उच्चायुक्त को दी सारी जानकारी
फिलहाल इस मामले में महमूद अख्तर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है क्योंकि उसे ‘राजनयिक संरक्षण’ मिला हुआ है. वहीं पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को बुलाकर सारी जानकारी दे दी गई है. भारत की ओर से उस जासूस को तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा गया है.

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