लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तलाकशुदा और विधवा महिलाओं को दिवाली का बड़ा गिफ्ट दिया है. सरकारी नौकरी में आवेदन करने के लिए महिलाओं की आयु सीमा को समाप्त कर दिया गया है. इस बात का ऐलान सीएम अखिलेश ने लखनऊ की दस सफल महिलाओं को सम्मानित करने के कार्यक्रम में किया है.
उन्होंने बताया कि इस फैसले का मकसद महिलाओं के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिनको ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इस कार्यक्रम के मौके पर सीएम अखिलेश ने तीन तलाक के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भी निशाना बनाने से नहीं चूके. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी किसी भी समुदाय के धार्मिक मामले में दखल देने के पक्ष में नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी इस तरह के मुद्दों को उछाल रही है.
उन्होंने कहा कि अगर अभी यह चुनाव बिहार में होता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय आर्मी के सर्जिकल स्ट्राइक का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए बिहार का दौरा करने जाते.
उन्होंने महिलाओं के लिए समान अधिकार की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि कोई भी समाज, राज्य या देश की महिलाओं को समानता दिए बगैर समृद्ध नहीं हो सकता है. उन्होंने साथ में यह भी घोषणा की कि वह समाजवादी पार्टी में भी महिलाओं को बढ़ावा देंगे और यूपी चुनाव में महिलाओं को टिकट देंगे. उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया कि पार्टी महिलाओं के लिए संसद और विधानसभा में कोटा के खिलाफ हैं.