नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सैनिकों के हमले में घायल हुए बीएसएफ के जवान गुरनाम सिंह की मौत हो गई. जाबांज BSF जवान गुरनाम सिंह की 21 अक्टूबर को पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ रोकने के सिलसिले में पाक रेंजरों और आतंकियों से भिड़ंत हो गयी थी. इसी दौरान उन्होंने आतंकियों का बहादुरी से सामना किया और बुरी तरह घायल हो गए थे. घायल होने के बाद उन्हें जम्मू के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां कल देर रात वो शहीद हो गए.
पुलिस के अनुसार 26 साल के इस जांबाज ने सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रात करीब 11:45 बजे अंतिम सांस ली. इसी अस्पताल में शुक्रवार से उनका इलाज चल रहा था.
बता दें कि 19-20 अक्टूबर के रात जम्मू के हीरानगर सेक्टर के बोबिया पोस्ट पर गुरनाम तैनात थे. रात में उन्होंने सरहद पर हलचल देखी. करीब 150 मीटर दूर कुछ धुंधले चेहरे नजर आए. उन्होंने बिना देर किए साथियों को अलर्ट किया और ललकारने पर पता चला कि वह आतंकी है. इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई. रिपोर्टेस के अनुसार 21 अक्टूबर को सुबह पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्नाइपर रायफल्स से गुरनाम पर फायर किया. सिर में गोली लगने से वे बुरी तरह जख्मी हो गए थे.
पाकिस्तानी स्नाइपर की गोली से घायल बीएसएफ के वीर जवान गुरनाम को बचाने के लिए डॉक्टर पूरी कोशिश करते रहे. गोली गुरनाम के सिर में लगी थी लिहाजा हालत बेहद गंभीर थी. यही वजह रही कि देश के इस वीर को बचना डॉक्टरों के लिए भी बेहद चुनौतिपुर्ण था. जम्मू मेडिकल हास्पिटल के सीएमओ डॉक्टर राजेंद्र थापा के मुताबिक जवान को बुलेट इंजरी हुई थी. ट्रीटमेंट चल रहा था और हमने दिल्ली एम्स भेजने की तैयारी कर रखी थी. एयर एंबुलेंस भी तैयार थी, लेकिन 11.30 बजे उसकी डेथ हो गई.