नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका लगा है. यूपी में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने आज अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इस खास मौके पर रीता ने सर्जिकल स्ट्राइकल को लेकर जहां पीएम मोदी की खूब तारीफ की, वहीं खून की दलाली वाले बयान को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जमकर कोसा.
कांग्रेस के बारे में रीता बहुगुणा ने बोली ये 10 बड़ी बातें
1. रीता बहुगुणा ने सर्जिकल स्ट्राइक पर बोलते हुए कहा कि राष्ट्रीय हित में मतभेद रखना ठीक नहीं है. सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल कर के गलत किया है, प्रमाण मांगना और खून की दलाली की बात शोभा नहीं देती.
2. रीता ने कहा कि कांग्रेस और दूसरी पार्टी जातिवाद का जहर उत्तर प्रदेश में घोल रही है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जातिवाद को तोड़ा, लेकिन कांग्रेस पार्टी सक्रिय नहीं हुई.
3.कांग्रेस जातिवाद को खत्म करने निष्क्रिय हो गई कि पीके(प्रशांत किशोर) का सहारा लेना पड़ा. पूरा नेतृत्व पीके के हाथ में दे दिया गया. पीके ही बताते हैं, कौन नेता कहां जाएगा और क्या बोलेगा. सोनिया गांधी जी संगठन की बात समझती थीं, बातें सुनती ही बताते हैं, कौन नेता कहां जाएगा और क्या बोलेगा ?
4.सोनिया गांधी संगठन की बात समझती थीं, बातें सुनती ही बताते हैं, कौन नेता कहां जाएगा और क्या बोलेगा. सोनिया गांधी जी संगठन की बात समझती थीं, बातें सुनती थीं, लेकिन राहुल गांधी के नेतृत्व में यह भी नहीं हो रहा है.
5. रीता बहुगुणा ने राहुल गांधी पर कई तरह के आरोप लगाए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यूपी में सीएम कैंडिडेट के तौर पर शीला दीक्षित को आगे किया है, जबकि इससे पहले वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी शामिल नहीं रहीं. उन्हें वहां के हालात पता भी नहीं है वह क्या करेंगी.
6.यूपी में प्रचार का जिम्मा राहुल गांधी ने संभाल रखा है. इसके अलावा राजबब्बर को उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान दे दी गई है. रीता बहुगुणा जोशी को विधानसभा चुनावों से पहले किनारे कर दिया गया था.
7. रीता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस आलाकमान के मन में विश्वास का संकट पैदा हो गया था. कांग्रेस ने यूपी में सीएम कैंडिडेट के तौर पर शीला दीक्षित को आगे किया है, जबकि इससे पहले वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी शामिल नहीं रहीं.
8. यूपी के हालात के हिसाब नेता नहीं चुने जा रहे हैं बल्कि उलट-पटल सा हो गया है. यूपी में प्रचार का जिम्मा राहुल गांधी ने संभाल रखा है. इसके अलावा राजबब्बर को उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान दे दी गई है. ऐसे में रीता बहुगुणा जोशी को विधानसभा चुनावों से पहले किनारे कर दिया गया था.
9. पार्टी की योजना है कि यूपी चुनाव तक अलग-अलग पार्टियों के कई बड़े नेताओं को बीजेपी में शामिल कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया जा सके. साथ ही विरोधी पार्टियों का मनोबल गिराया जा सके. इससे पहले बीएसपी से भी कई बड़े नेता बीजेपी में आ चुके हैं.