वहीं उन्हीं के साथ राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के अध्यक्ष प्रेम कुमार गेडाम ने कहा कि उनकी ओर से एक हलफनामा दाखिल किया गया है. उनके मुताबिक कॉमन सिविल कोड से राष्ट्रीय एकता खतरे में पड़ जाएगी. इसका असर अदिवासी समुदाय में सबसे ज्यादा पड़ेगा. आदिवासी हिंदू नही हैं. हमारी परंपराओं और मान्यताओं को खतरा पहुंचेगा. हमारा मुल्क आदिवासियों की पहचान है.
Indian Cricket Team: ऐसा माना जा रहा है कि इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड…
Adam Gilchrist: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तकरीबन 10 साल बाद हारी है.…
द्र सरकार देश की बड़ी सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। सरकार…
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गौतम अडानी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस…
Nitish Kumar Reddy: भारतीय ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से वापस लौटने…
फिल्म गेम चेंजर ने भारत में 10,858 शो के 4 लाख से ज्यादा टिकटों के…