भुवनेश्वर. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एसयूएम अस्पताल के बारे में आग लगने के बाद एक बड़ी बात समाने आई है. इस अस्पाल के मान्यता पर ही सवाल खड़ा हो गया है. एसयूएम अस्पताल में सोमवार शाम को आग लग गई थी, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और लगभग 105 गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
इस मामले में पुलिस ने सुपरिंटेंडेंट और फायर सेफ्टी आॅफिसर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर गैर इरादतन हत्या के आरोप का मामला दर्ज किया गया है. वहीं, आग सेवा विभाग की ओर से अस्पताल प्राधिकरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. विभाग का कहना है कि साल 2013 में उन्होंने फायर सेफ्टी आॅडिट के दौरान कुछ सिफारिशें की थीं लेकिन उनका पालन नहीं किया गया है.
नहीं था आग अनापत्ति प्रमाणपत्र
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सम अस्पताल की मान्यता अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) से दो महीने पहले ही खत्म हो चुकी थी. इसके बावजूद भी यह अस्पताल चलाया जा रहा था. अस्पताल की मान्यता खत्म होने का कारण उनके गुणवत्ता मानकों में कमी और आग से निपटने के उचित उपाय न होने को लेकर की गई थी.
खबर के मुताबिक अस्पताल ने अपना आग अनापत्ति प्रमाणपत्र साल (एनओसी) 2013 से रिन्यू नहीं कराया था. इसके अलावा आग से निपटने के लिए उसका स्टाफ भी तैयार नहीं था. सोमवार को अस्पताल में आग लने की वजह शॉर्ट सर्किट को बताया गया था. इसके बाद दम घुटने से कुछ मरीजों की मौत हो गई थी. अब मामले की जांच चल रही है.