अहमदाबाद. सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम करने के बाद अब रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शरण में पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि संघ की ट्रेनिंग के चलते मैं और पीएम मोदी सर्जिकल ऑपरेशन जैसा बड़ा फैसला ले सके.
वहीं विपक्ष ने मनोहर पर्रिकर के इस बयान की कड़ी निंदा की है. कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयानों से भारतीय सेना का मनोबल टूटता है.
दरअसल मनोहर पर्रिकर गुजरात के अहमदाबाद में अपनी ‘सेना को जानिए’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. यहां उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय आरएसएस की ट्रेनिंग को दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महात्मा गांधी के राज्य से हैं और रक्षा मंत्री मार्शल रेस के राज्य गोवा से, ऐसे में सर्जिकल स्ट्राइक के इस इक्वेशन के पीछे आरएसएस की ट्रेनिंग ही थी.
पर्रिकर ने कहा कि उरी आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर हमारे पीएम मोदी और रक्षामंत्री पर कई लोगों ने सवाल खडे किए थे. फिर सर्जिकल ऑपरेशन के सबूत मांगने लगे. रक्षा मंत्री ने कहा कि कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कितने भी सबूत मिल जाएं वो मानते ही नहीं हैं. उन्होंने यहां के छात्रों को बताया कि कैसे सरहद पर जवान देश की रक्षा करते हैं.
यहां सर्जिकल ऑपरेशन के बाद से भारतीय सेना की ओर से युवाओं को जानकारी देने को लेकर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. ताकि इस देश के युवाओं को हमारी सेना के बारे में पूरी तरह जानकारी मिल सके.