नेपाली PM और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की मीटिंग में अचानक पहुंचे पीएम मोदी, सब हैरान और फिर…

ब्रिक्स डिनर के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ बैठक कर कर रहे थे लेकिन वहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक पहुंच गए. इसके बाद चल रही यह दि्वपक्षीय बैठक त्रिपक्षीय में बदल गई. मोदी ने इन दोनों नेताओं के साथ करीब 20 मिनट तक वक्त बिताया. इस घटना को देखकर सब लोग हैरान हो गए.

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नेपाली PM और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की मीटिंग में अचानक पहुंचे पीएम मोदी, सब हैरान और फिर…

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  • October 16, 2016 3:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पणजी. ब्रिक्स डिनर के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ बैठक कर कर रहे थे लेकिन वहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक पहुंच गए. इसके बाद चल रही यह दि्वपक्षीय बैठक त्रिपक्षीय में बदल गई. मोदी ने इन दोनों नेताओं के साथ करीब 20 मिनट तक वक्त बिताया. इस घटना को देखकर सब लोग हैरान हो गए.
 
दि्वपक्षीय बैठक में इस तरह किसी का पहुंचना थोड़ा हैरान करने वाला था. हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया कि प्रधानमंत्री मोदी उस सेशन में आखिर क्यों पहुंचे. अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल के पीएम प्रचंड वहां से निकलने से पहले ब्राजील के प्रतिनिधि मंडल का इंतजार कर रहे थे. इसके बाद राष्ट्रपति जिनपिंग ने भी उनका साथ देने का फैसला किया, तभी वहां पीएम मोदी पहुंचे और उन्होंने भी उन देशों के राष्ट्रध्यक्षों को ज्वाइन करने का फैसला किया.
 
नेपाल पीएम प्रचंड के बेटे प्रकाश दहल ने इस बैठक की कई तस्वीरें को अपने फेसबुक वॉल पर शेयर की हैं. इसके बाद से ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर शेयर होने लगीं. नेपाल पीएम दहल ने इस बैठक को संयोगात्मक बताया है. नेपाली भाषा में उन्होंने लिखते हुए कहा कि इन देशों की मदद से नेपाल की समृद्धि संभव है.

 
बता दें कि नेपाल में चीन हमेशा अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश करता है. इसको लेकर चीन और भारत में हमेशा से प्रतिस्पर्धा रहती है. दोनों देशों के लिए नेपाल रणनीतिक रूप से काफी अहम है. बताया जा रहा था कि चीनी राष्ट्रपति ब्रिक्स शिखर यात्रा के दौरान भारत आने से पहले नेपाल जाना चाहते थे, लेकिन नेपाल में अगस्त में सत्ता बदलने के कारण उन्होंने अपनी योजना बदल ली.
 
प्रचंड ने पूर्व पीएम केपी ओली की जगह ले ली थी. बताया जा रहा है कि ओली को चीन का करीबी बताया जा रहा था. सत्ता में आने के बाद पीएम प्रचंड़ ने अपनी पहली विदेश यात्रा पर पिछले महीने ही भारत पहुंचे थे.

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