नई दिल्ली. भारत और रूस दुनिया की सबसे महंगी प्राकृतिक गैस की पाइपलाइन बनाने जा रहे हैं. इस पाइपलाइन की कीमत 25 अरब डॉलर होगी. इसके जरिये साइबेरिया से भारत को प्राकृतिक गैस मिलेगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस 4,500 से 6,000 किलोमीटर की पाइपलाइन के जरिये रूसी ग्रिड भारत से जुड़ेगा. छोटे से छोटे मार्ग से भी यह पाइपलाइन हिमालय के रास्ते भारत से जुड़ेगी. जिसमें कई तकनीकी चुनौतियां भी सामने आएंगी. शनिवार को रूसी गैस कंपनी गैजप्रोम के साथ सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियर्स इंडिया लि. ने पाइपलाइन के अध्यन्न के लिए कागजों पर दस्तखत किए.
इंजीनियर्स के मुताबिक़ 6,000 किलोमीटर वाले मार्ग पर इस पाइपलाइन की लागत 25 अरब डॉलर तक आने का अनुमान है. इस करार पर दस्तखत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से अलग भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान हुए,