नई दिल्ली. संसद के शीतकालीन सत्र के समय की घोषणा की जा चुकी है. 16 नवंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक यह सत्र चलेगा. पहले कहा जा रहा था कि केंद्र सरकार जीएसटी को 1 अप्रैल से कार्यान्वित करने के अपने लक्ष्य को पाने के लिए शीतकालीन सत्र तय समय से एक पखवाड़ा पहले बुला सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
सर्जिकल स्ट्राइक पर हो सकता है हंगामा
संसद के इस सत्र में सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर काफी हंगामा होने के आसार हैं. रिपोर्ट्स है कि विपक्ष सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने का काम कर सकती है. क्योंकि विपक्ष ने पहले भी कई बार कहा है कि यह पहली सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी, जबकि केंद्र सरकार दावा कर रही है कि इससे पहले कभी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई.
कहा गया था कि सरकार इस साल इस सत्र को त्योहारों का सीजन खत्म होने के तुरंत बाद 9 या 10 नवंबर से शुरू करना चाहती थी. वैसे आमतौर पर संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे या चौथे हफ्ते में ही शुरू होता है.
इस सत्र में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) विधेयकों को पारित करना सरकार की प्राथमिकता रहेगी. इन विधेयकों के पारित होने से जीएसटी का कार्यान्वयन आगे बढ़ेगा.