चेन्नई. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) प्रमुख एम. करुणानिधि ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि अस्पताल में भर्ती जयललिता कैसे राज्यपाल को ये सलाह दे सकती हैं कि उनके सारे विभाग के कामकाज पनीरसेल्वम को सौंप दिए जाएं.
करुणानिधि ने यह बात मंगलवार को राजभवन की तरफ से जारी की गई विज्ञ्पति के संबंध में कही है, जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री की सलाह पर ही उनके सारे विभाग के कामकाज अब वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम देखेंगे.
करुणानिधि ने कहा, ‘जयललिता पिछले 19 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं. गवर्नर सी विद्यासागर, केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन, कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के अलावा बहुत से बड़े नेता जयललिता से मिलने के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल गए थे, लेकिन किसी को भी व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने नहीं दिया गया था, तो ऐसा कैसे हो सकता है कि राजभवन यह बोल दे कि मुख्यमंत्री की सलाह पर उनके सारे विभाग पनीरसेल्वम को सौंपे गए हैं.’
बता दें कि तमिलनाडु के गवर्नर सी विद्यासागर ने मंगलवार को औपचारिक तौर पर पनीरसेल्वम को जयललिता के सारे विभाग सौंप दिए थे. राजभवन की ओर से एक विज्ञप्ति जारी करके यह कहा गया था कि मुख्यमंत्री की सलाह पर ही ऐसा किया गया है.