नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दशहरा मनाने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध ऐशबाग रामलीला में जाएंगे. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी सुरक्षा के चलते वहां रावण दहन नहीं करेंगे, वह केवल राम आरती के बाद केवल 20 मिनट जनता को संबोधित करने के बाद वापस लौट जाएंगे. उनके आगमन पर बीजेपी नेताओं ने लखनऊ में प्रधानमंत्री के दौरे के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
‘PM मोदी के लखनऊ पहुंचने पर कोई राजनीति नहीं’
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी दशहरा पर दिल्ली में ही रहते हैं. पीएम मोदी इस बार दिल्ली के बाहर ही दशहरा मनाएंगे. पीएम के इस कार्यक्रम को जहां विरोधी दल बीजेपी की राजनीति करार दे रहे हैं, वहीं बीजेपी ने का कहा है कि पीएम मोदी के ऐशबाग दशहरा मेले शामिल होने के पीछे कोई राजनीति या मंतव्य नहीं है.
UP चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है PM मोदी का लखनऊ पहुंचना
पीएम मोदी के इस कदम को आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. यूपी में अगले साल ही विधानसभा चुनाव हैं, इस चुनाव को बीजेपी काफी गंभीरता से लेकर चल रही है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लंबे समय तक लखनऊ से ही सांसद रहे हैं. वह अक्सर अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में ही दशहरा मनाते थे. बीजेपी का कहना है कि दशहरे पर पीएम मोदी के लखनऊ आने से कार्यकर्ताओं का जोश दोगना हो जाएगा.
गंगा-जमुनी तहजीब का भी प्रतीक है ऐशबाग की रामलीला
बता दें कि लखनऊ के ऐशबाग की रामलीला भारत की सबसे प्राचीन रामलीलाओं में से एक मानी जाती है. बताया जाता है कि तुलसीदास द्वारा रामचरितमानस की रचना के बाद उनके शिष्यों ने ही ऐशबाग की रामलीला की शुरुआत करीब 300 साल पहले की थी. यहां गंगा-जमुनी तहजीब का भी प्रतीक मिलता है. यह रामलीला नवाबों के शासन के दौर से चलती रही.