नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के साथ भारत सरकार सेना के पास हथियारों की कमी को पूरा करने में जुट गई है. सरकार ने हथियार सप्लाई करने वाले कंपनियों को अपना उत्पादन बढ़ाने और कम समय में हथियार पहुंचाने को तैयार रहने के लिए कहा है.
टाइम्स आॅफ इंडिया की खबर के मुताबिक सरकारी अधिकारियों और टॉप एग्जिक्यूटिव्स का कहना है कि कुछ दिनों पहले सरकार की ओर से सेना की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी क्षमताओं का आकलन करने के लिए कहा गया था.
रक्षा बजट बढ़ाने के संकेत
जरूरत पड़ने पर हथियार सप्लाई करने वाली बड़ी कंपनियों से भी संपर्क करने के लिए कहा गया था ताकि हथियारों की जल्द से जल्द आपूर्ति के लिए उनके साथ सौदा हो सके. एक उच्च अधिकारी के अनुसार सरकार यह पता लगाना चाहती है कि हथियार निर्माताओं में शॉर्ट नोटिस पर हथियार पहुंचाने, हथियारों के मौजूदा उत्पादन को बढ़ाने और कम समय में आॅर्डर पूरा करने की कितनी क्षमता है.
सूत्रों के अनुसार सरकार ने ऐसी ही पूछताछ इस साल जनवरी में पठानकोट एयर बेस पर हुए हमले के बाद भी की थी. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी 29 सितंबर की सर्जिकल स्ट्राइक से एक दिन पहले कहा था कि सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए रक्षा बजट में बढ़ोतरी की जा सकती है. सुरक्षा बल गोला-बारूद और छोटे हथियारों की भारी कमी को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं ताकि युद्ध लड़ने की क्षमताएं बढ़ाई जा सकें.