नई दिल्ली. भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में की गई सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार लश्कर के करीब 20 आतंकी भारत के सर्जिकल ऑपरेशन में मारे गए हैं.
एजेंसियों ने पाकिस्तानी अधिकारियों की बीतचीत के आधार पर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके मुताबिक पीओके में दुदनियाल आतंकी शिविर में सबसे ज्यादा नुकसान लश्कर-ए-तैयबा को पहुंचा है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार भारतीय सेना की ओर से कार्रवाई की आतंकियों को कोई उम्मीद नहीं थी और इसलिए वे चकित रह गए.
पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के शव अज्ञात जगह ले जाकर दफनाए
रिपोर्ट के अनुसार सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सैनिकों ने जब लश्कर के आतंकवादियों को मारना शुरु किया तो वे पाकिस्तानी चौकी की तरफ भागते हुए देखे गए. सूत्रों के अनुसार सुबह होते ही सर्जिकल ऑपरेशन की जगह पर पाकिस्तानी सेना के वाहनों की काफी हलचल देखी गई और सभी आतंकियों के शवों को वहां से हटाकर किसी अज्ञात जगह पर ले जाकर उन्हें नीलम घाटी में सामूहिक रूप से दफनाया दिया गया. भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान के दो जवान भी मारे गए.
पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक को किया खारिज
बता दें कि भारत की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने की बात पाकिस्तान लगातार खारिज कर रहा है. पाकिस्तान ने केवल यह स्वीकार किया है कि सीमा पार गोलीबारी में उसके दो सैनिक मारे गए हैं लेकिन कुछ चश्मदीदों के बयान से पाकिस्तान का ये झूठ पकड़े जा चुका हैं.
पहली बार सेना ने LOC पार की
भारत पाकिस्तान के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था. तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी. 1971 में इसे LOC नाम दिया गया. तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी भारतीय सेना ने LOC पार किया है.