नई दिल्ली. पीओके में भारतीय सेना के द्वारा सर्जिकल ऑपरेशन इन दिनों चर्चा में है. जिसके बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच तल्खी बढ़ी हुई है. दावा किया जा रहा है कि ऐसा ऑपरेशन पहले कभी नहीं हुआ है. लेकिन हम आपको बता दें कि 2011 की यूपीए सरकार के समय में भी सीमापार पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया दजा चुका है.
इस ऑपरेशन के तहत इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान में घुसकर तीन पाकिस्तानी सैनिकों के सिर काट लिये थे. जिन्हें वो अपने साथ लेकर आए थे. बताया जा रहा है कि इस सर्जिकल ऑपरेशन को पाकिस्तान सेना के द्वारा दो भारतीय सैनिकों के सिर काटने के बाद अंजाम दिया गया था.
अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ ने दावा किया है कि उसके पास ‘ऑपरेशन जिंजर’ नामक सर्जिकल स्ट्राइक के पुख्ता सबूत है. अखबार के अनुसार ‘ऑपरेशन जिंजर’ पाकिस्तानी सेना की उस कार्रवाई के जवाब में किया गया था जिसमें 6 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. जिसके बाद भारतीय सेना पीओके में घुस गई थी और 8 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था. इसमें से तीन के सिर कलम कर दिये गए थे.
द हिंदू के अनुसार 2011 में भी एक सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन जिंजर हुआ था जिसमें भारतीय सैनिक तीन पाक सैनिकों के सिर कलम कर ले आए थे. अखबार ने दावा किया है कि कुछ आधिकारिक कागजात इस बात की पुष्टि करते हैं. इस दौरान भारत और पाक द्वारा दो सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे जिसमें कुल 13 सैनिक मारे गए थे और उनमें से 6 के सिर कलम हुए थे. इनमें दोनों ओर के सैनिक थे.
बताया जा रहा है कि कुपवाड़ा बेस 28 डिविजन के रिटायर्ड मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती ने इस सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग और एग्जेक्यूशन की थी. उन्होंने कार्रवाई की पुष्टि की है. अखबार के दावे के मुताबिक भारतीय सैनिकों ने पीओके में इस ऑपरेशन को 48 घंटे में अंजाम दिया था. भारतीय सैनिकों ने पीओके में पाकिस्तान की पुलिस चौकी के पास लैंड माइंस भी बिछाए थे.