पटना. बिहार में नाबालिग से रेप के मामले में आरोपी विधायक को जमानत मिलने के तीन दिन बाद पीड़िता ने खुद और अपने परिवार को खतरा होने की बात कही है. पीड़िता ने स्थानीय मीडिया को व्हाट्सएप से मैसेज के जरिए अपना बात कही. आरोपी लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का नवादा से एक ताकतवर विधायक है.
पटना हाई कोर्ट ने आरोपी विधायक राजबल्लभ यादव को इसी हफ्ते जमानत पर रिहा किया था. यादव पर बिहार शरीफ की रहने वाली 15 वर्षीय दसवीं की छात्रा से रेप का आरोप है. यह मामला नवादा में फरवरी का है. यादव ने एक महीने फरार रहने के बाद मार्च में नालंदा कोर्ट में आत्मसर्पण कियक था.
मीडिया से मांगी मदद
अब आरोपी को जमानत मिलने से पीड़िता डरी हुई है. उसने स्थानीय मीडिया को मैसेज भेजकर अपनी बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचाने की कोशिश की है. पीड़िता ने लिखा है, ‘अब वो (यादव) तो कुछ भी कर सकता है, पुलिस भी उससे डरती है फिर हमलोग तो कुछ नहीं. अब हमे और हमारे परिवार के पास जीने का कोई मकसद नहीं रह गया.’
पीड़िता ने यह भी लिखा, ‘मैं इस घटना के बाद पहले ही मर चुकी हूं, कुप्या मुख्यमंत्री तक मेरा यह संदेश पहुंचाने में मदद करें. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूं कि हमारा क्या होगा? अब हम कैसे जीएंगे? मेरा करियर बर्बाद हो चुका है…’ उसने अपने संदेश में सरकार से यह भी पूछा है कि अगर सरकार हमारे साथ है, तो उसे जमानत कैसे मिल गई.
विपक्ष ने सरकार को ठहराया दोषी
विपक्षी दल बीजेपी ने राज्य सरकार पर ऐसे नेताओं के खिलाफ प्रभावी तरीके से सख्त कार्रवाई नहीं कराने का आरोप लगाया है, जो लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी से संबंधित है. बीेजेपी विधायक दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजबल्लभ यादव की जमानत दिखाती है कि सरकार ने जमानत का विरोध नहीं किया है.
बता दें कि आरेजडी, नीतीश कुमार की जेडीयू और कांग्रेस का महागठबंधन इस वक्त राज्य में सत्तारूढ़ है. सरकार की ओर से कहा गया है कि सरकार की जमानत में कोई भूमिका नहीं है. जमानत मिलना न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है. वहीं, पीड़िता ने मनोचिकित्सक से काउंसलिंग के बाद अपनी दसवीं की परीक्षा दी है. बिहार सरकार ने अब सुप्रीम कोर्ट से राज बल्लभ की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है.