लखनऊ- पाकिस्तान में घुसकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंच सकता है. इस हमले में यूपी में बीजेपी को नया जीवन दे दिया है और हर जगह प्रधानमंत्री मोदी की ही चर्चा हो रही है. इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर सोशल मीडिया को लेकर बनी […]
लखनऊ- पाकिस्तान में घुसकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंच सकता है. इस हमले में यूपी में बीजेपी को नया जीवन दे दिया है और हर जगह प्रधानमंत्री मोदी की ही चर्चा हो रही है.
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सोशल मीडिया को लेकर बनी रणनीति
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बीजेपी की सोशल मीडिया टीम और बीजेपी के पक्ष में लिखने वाले ब्लॉगरों ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश में 2.5 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. इनमें से ज्यादातर युवा हैं. जो सेना की ओर से की गई कार्रवाई पर सरकार के पक्ष में खड़े हैं.
विपक्ष के नेताओं ने खुद ही दे दिया मौका
इस कार्रवाई के बाद पहले तो सभी दलों ने सरकार को समर्थन दिया लेकिन थोड़ी ही दिनों में कुछ नेताओं ने हमले के सबूत मांगने शुरू कर दिए. इस गलती को बीजेपी ने खूब भुनाया. अब हालात यह है कि पार्टियों को समझ में नहीं आ रहा है कि इसका जवाब कैसे दिया जाए.
बीजेपी के प्रचार तंत्र में दिखेगा असर ?
अब जब विपक्ष ने सेना की इस कार्रवाई के सबूत मांग कर राजनीति शुरू कर दी है तो बीजेपी इसमें कहां चूकने वाली है. लोकसभा चुनाव 2014 की तर्ज पर इस बार भी मोबाइल वैनों को गांव-गांव और चौपाल तक पहुंचाया जाएगा. जिसमें पीएम मोदी के भाषणों और उनके कामों का प्रचार किया जाएगा. इसके अलावा नुक्कड़ नाटक भी किए जाएंगे.
हो सकता है इन भाषणों में प्रधानमंत्री का कोझीकोड में दिया वह भाषण भी शामिल हो जिसमें उन्होंने कहा था उरी में सैनिकों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा.
विपक्ष बैकफुट पर
सर्जिकल स्ट्राइक को अगर चुनावी नजरिए से देखें तो यूपी में बीएसपी, सपा और कांग्रेस के मुकाबले पिछड़ रही बीजेपी इस समय सबसे आगे दिखाई दे रही है. कांग्रेस के उपाध्यक्ष का बयान “ढाई साल में मोदी ने पहली बार अच्छा काम किया है”, से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सर्जिकल स्ट्राइक ने बीजेपी को संजीवनी दे दी है.