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आखिर क्यों शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मांगनी पड़ी माफी !

मुंबई. हमेशा धमकी और देख लेने की बात करने वाली शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भी  माफी मांगनी पड़ गई है. इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर दरअसल आरक्षण की मांग को लेकर इस समय पूरे महाराष्ट्र में चल रहे मराठा आंदोलन का मजाक बनाते हुए एक कार्टून पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में छापा गया था. […]

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  • October 1, 2016 10:10 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

मुंबई. हमेशा धमकी और देख लेने की बात करने वाली शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भी  माफी मांगनी पड़ गई है.
इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर
दरअसल आरक्षण की मांग को लेकर इस समय पूरे महाराष्ट्र में चल रहे मराठा आंदोलन का मजाक बनाते हुए एक कार्टून पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में छापा गया था. इसके खिलाफ मराठाओं में काफी गुस्सा था. इस कार्टून के विरोध में ‘सामना’ के ऑफिस में पत्थरबाजी भी की गई थी.
उस समय पार्टी आलाकमान ने चुप्पी साधने में भलाई समझी. लेकिन राज्य में मराठा स्वाभिमान की राजनीति करने वाली शिवसेना के खिलाफ इस आंदोलन में अच्छा-खासा माहौल बनने लगा. जमीन खिसकती देख अब शिवसेना प्रमुख ने इस आंदोलन को लेकर माफी मांगी है.
उद्धव ठाकरे ने अपने बयान में कहा ‘ कार्टून के पीछे कोई गलत मकसद नहीं था. कुछ लोग उस कार्टून को लेकर अलग अलग बात कर रहे हैं जो बिलकुल गलत हैं. मैं पूरे महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगता हूं जिनकी भावना को दुःख पहुंचा है उसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं.’
उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण की जो मांग हो रही है उस पर महाराष्ट्र विधानसभा का एक विशेष सत्र जल्दी बुलाकर  कानून बनाया जाए ताकी मराठाओं के बारे कोई ठोस उपाय निकला जा सके. ठाकरे ने कहा कि विधान सभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को पत्र भी लिखा है.
आपको बता दें कि यह पहला मौका है जब शिवसेना प्रमुख ने पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे किसी कार्टून या लेख पर माफी मांगी हो.
मराठा आंदोलन की खास बात यह है कि इसका कोई अभी तक नेता सामने नहीं आया है. लेकिन इससे जुड़े लोगों ने महाराष्ट्र के मराठा नेताओं को पूरी तरह नकार दिया. इन लोगों का कहना है कि मराठाओं के वोट राज करने वाले इन नेताओं केवल अभी तक धोखा दिया है.
गौरतलब है कि पाटीदार और जाट आरक्षण आंदोलन के बाद से मराठाओं ने भी आरक्षण की मांग शुरू कर दी है.

 

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