नई दिल्ली. उरी हमले का बदला जिस तरह भारतीय सेना ने 50 आतंकियों को मौत की नींद सुलाकर लिया है, उसके बाद से भारत में सुरक्षा को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है. भारत को इसलिए भी बेहद सावधान रहने की ज़रूरत है क्योंकि पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ नवंबर में रिटायर हो रहे हैं. अपने रिटायरमेंट से पहले वे भारत के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन ले सकते हैं.
अंग्रेजी अखबार
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक भारत की खुफियां एजेंसियों को इस बात का अंदेशा है कि भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के जवाब में राहिल शरीफ अपनी साख बचाने के लिए भारत के विरुद्ध कोई कदम उठा सकते हैं, क्योंकि शरीफ हमेशा से भारत विरोधी ही रहे हैं.
एक-दूूसरे के धूर-विरोधी हैं राहिल-नवाज
ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने भी बड़ी मुश्किल खड़ी होने वाली है, क्योंकि राहेल के रिटायरमेंट के बाद 4 लेफ्टिनेंट जनरल आर्मी चीफ की दौड़ में हैं. इसमें शरीफ की पहली पसंद लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल रामदे हैं, जो फिलहाल ट्रिप्लएक्सआइ कॉर्प्स के कमांडर हैं.
रामदे ने 2009 में अफगान सीमा से सटे स्वात घाटी में तालिबानियों को खदेड़ने के लिए चलाए गए अभियान का नेतृत्व किया था. रामदे बाकि चार लेफ्टिनेंट्स में सीनियर भी हैं. फिलहाल आर्मी चीफ पद के लिए बाकी अन्य तीन दावेदार लेफ्टिनेंट जुबैर महमूद हयात, इस्फाक नदीम अहमद और कमर जावेद बाजवा हैं.
भारत से है राहिल का निजी रंजिश
पाकिस्तान में रहे भारत के पूर्व राजदूत जी पार्थसारथी के मुताबिक राहेल और नवाज एक-दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते हैं. ऐसे में राहेल शरीफ भारत के सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे पहला गाज राहिल पर ही गिरने वाला है, क्योंकि नवाज शरीफ राहिल को किसी भी कीमत पर एक्सटेशन नहीं देने वाले हैं. राहिल की भारत से पुरानी दुश्मनी है क्योंकि भारत-पाकिस्तान के 1965 के युद्ध में राहेल के चाचा और 1971 में राहेल के भाई की मौत हो गई थी.
बता दें कि राहिल ने शुक्रवार को भारत को चेतावनी भी दी है कि भारत के सर्जिकल स्ट्राइक का करारा जवाब दिया जाएगा. साथ ही एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने सभी कमाडरों से युद्ध की तैयारियों पर जोर देने को भी कहा है.