नई दिल्ली. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में हुए सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. सुषमा ने पाकिस्तान में भारत की कार्रवाई के मामले में सोनिया को पूरी जानकारी दी.
हमले के बाद भारत ने इस हमले की जानकारी 22 देशों से साझा की है. भारत ने 22 देशों के राजदूत को बुलाकर सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी जानकारी दी है. बांग्लादेश ने भारत की कार्रवाई का समर्थन भी किया है.
बता दें कि ये ऑपरेशन भारत के 25 स्पेशल कमांडोज ने पूरा किया था. इन कमांडोज ने लीपा, केल, टट्टापानी और भिंबेर के पास बने लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया. भारतीय सेना ने अलग-अलग जगहों पर एक ही समय में बने 3 कैंप्स का खात्मा किया. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, NSA अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और DGMO ने पूरी रात सर्जिकल ऑपरेशन को मॉनीटर किया.
पहली बार सेना ने LOC पार की
भारत पाकिस्तान के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था. तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी. 1971 में इसे LOC नाम दिया गया. तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी भारतीय सेना ने LOC पार किया है.
यह भी पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में भारत ने पहली बार खुलकर कबूल की है. हालांकि भारतीय सेना कई बार पाकिस्तान में ऐसे ऑपरेशन कर चुकी है लेकिन कभी ऐलान नहीं किया. पिछले साल म्यांमार में जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भारत ने खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा था.