नई दिल्ली. भारतीय सेना ने बुधवार रात पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए 7 आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया, साथ ही 38 आतंकियों को भी मार गिराया. इस प्रकार की स्ट्राइक की पहले से ही संभावना जताई जा रही थी. डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल ररनवीर सिंह ने प्रेस कॉंफ्रेस करके बताया कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर बुधवार की रात LoC के पार आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है. इस ऑपरेशन के बाद सवाल ये उठता है कि आखिरकार सर्जिकल स्ट्राइक होता क्या है.
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक सेना के द्वारा किया जानेवाला एक विशेष प्रकार का हमला होता है. इस हमले में सबसे पहले रणनीति तैयार की जाती है. इसमें समय, स्थान, कमांडोज की संख्या का विशेष तौर पर ख्याल रखा जाता है. इस अभियान की जानकारी बेहद गोपनीय रखी जाती है जिसकी सूचना सिर्फ चुनिंदा लोगों तक ही होती है. हमले के दौरान ध्यान रखा जाता है कि जिस स्थान को टारगेट किया गया है वहीं पर हमला हो. साथ ही सिविलियन इलाकों में कोई नुकसान ना हो. इससे पब्लिक प्लेस, आधारभूत संरचना, आवागमन के साधन या आम जनताम और उसके उपयोग से साधनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.
बता दें कि रणबीर सिंह ने कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक के बाद प्रेस कॉंफेंस में ये जानकारी दी. उन्होंने कहा है कि सीमा पर पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है. इस साल 20 बार घुसपैठ की गई है, लेकिन हमने सभी कोशिशों को नाकाम साबित कर दिया है.
डीजीएमओ ने बताया कि ये सभी आतंकी भारत पर बड़े हमले का प्लान बना चुके थे. हमने आतंकियों के ठिकानों की जानकारी इकट्ठा की. उन्होेंने बताया कि ऑपरेशन का खत्म हो चुका है. इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकियों का डीएनए हम पाकिस्तान को भी सौपेंगे और कहा कि भारतीय सेना किसी भी सूरत अपने नागरिकों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगी.