नई दिल्ली. पाकिस्तान से लगी सीमा पर भारतीय सेना के साहसिक सर्जिकल स्ट्राइक से जब लोग अच्छा महसूस कर रहे हैं तो ऐसे माहौल में शेयर बाजार गिर रहा है. ये पहली अगर आपको परेशान कर रही है तो ये रिपोर्ट आपके कन्फ्यूजन को खत्म कर देगी.
शेयर बाजार चाहे मुंबई का हो या कराची का, न्यूयॉर्क का हो या टोक्यो का, अगर उस मार्केट वाले देश में या उस देश के द्वारा किसी दूसरे देश के ठिकानों पर सैनिक कार्रवाई होती है तो स्वाभाविक रूप से शेयर बाजार नीचे आता है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा से लगे आतंकी ठिकानों पर हमला करके कई आतंकियों को मार गिराया है.
जैसे ही सैन्य कार्रवाई होती है तो बाजार में पैसा लगा रखे निवेशकों को डर सताने लगता है कि मार्केट में शेयर के भाव गिरेंगे और वो अपना पैसा निकालने लगता है या यूं कहें कि शेयर बेचने लगता है ताकि मार्केट बहुत नीचे जाए तो भी उसका नुकसान कम हो. ये ट्रेंड दुनिया भर में रहा है कि जैसे ही जंग या तनाव का माहौल बनता है, शेयर बाजार नीचे की तरफ जाने लगता है.
भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ेगा तो शेयर बाजार और गिरेगा
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेना ने जो जानकारी आज दी है इस एक्शन को लेकर, उस पर मार्केट ने रिएक्ट कर दिया है जिसका असर सीमित है. एक्सपर्ट इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो मार्केट और नीचे जा सकता है. मार्केट की सेहत में सुधार दोनों देश के माहौल पर डिपेंड करेगा.
शेयर बाजार के नीचे जाने के साथ-साथ रुपया भी टूट रहा है और डॉलर के मुकाबले ये ब्रेक्जिट यानी यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के निकलने के पक्ष में जनमत सर्वेक्षण के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है.