मथुरा. 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार कर रहे पुलिस प्रशासन को वृंदावन में एक चौंकाने वाली बात पता चली है. पुलिस ने पाया है कि यहां के साधु-संतो के पास भी लाइसेंसी हथियार हैं. कई आश्रमों में तो एक से ज्यादा असलहे हैं.
वहीं ये भी पता चला कि कई संतो के पास दूसरे राज्यों से बनवाए बाकायदा लाइसेंस भी हैं. ऐसे लोगों की संख्या करीब 500 बताई जा रही है.
आपको बता दें कि राज्य में चुनाव से पहले सुरक्षा को लेकर हर बार असलहों और कारतूसों की जानकारी ली जाती है. इस बार भी ये प्रक्रिया शुरू हो गई है.
प्रशासन के निर्देश पर इलाके की पुलिस असलहों की जानकारी और कारतूसों की संख्या मोबाइल और पते के साथ दर्ज कर रही है.
इतना नहीं इस बात की भी जानकारी ली जा रही कि शस्त्र रखने वाले ने कब, कितने और कहां से कारतूस खरीदे हैं और वर्तमान में कितने हैं. पुलिस हर असलहे का नंबर भी दर्ज कर रही है ताकि उसके गलत इस्तेमाल होने पर जांच में कोई दिक्कत न आए.
गौरतलब है कि पहले इस तरह की पड़ताल मुख्यालय में होती थी लेकिन इस बार फैसला किया गया है कि घर-घर जाकर पुलिस इसकी जानकारी करेगी.
माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा को देखते हुए कि प्रशासन ने इस बार घर-घर जाकर असलहों की पड़ताल करने का फैसला किया है.
फिलहाल अब यह एक जांच का विषय है कि माया-मोह से खुद को विरक्त बताने वाले इन साधु-संतो को असहलों की क्या जरूरत पड़ गई है.