नई दिल्ली. उरी हमले पर भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कमर कस ली है. खबर है कि भारत पाकिस्तान को दिए मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा छीन सकता है. यदि ऐसा होता है तो पाकिस्तान को व्यापार में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 सितम्बर को एक रिव्यू बैठक बुलाई है, जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा छीना जाए नहीं. बैठक में वाणिज्य और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.
आंकड़ों पर एक नजर
साल 2015-16 में भारत का व्यापार 641 बिलियन डॉलर का था, जबकि पाकिस्तान का महज 2.67 अरब डॉलर का था. फिलहाल भारत का पाकिस्तान से 2.17 अरब डॉलर का निर्यात है, जो कि कुल निर्यात का महज 0.41 फीसदी है. यदि भारत पाकिस्तान से यह दर्जा छीन लेता है तो पाकिस्तान को व्यापार में भारत से कई परेशानियों का सामना करना पड़ा सकता है.
क्या है एमएफएन?
विश्व व्यापार संगटन और अंतरराष्ट्रीय नियमों के आधार मोस्ट फेवर्ड स्टेटस का दर्जा दिया जाता है. जब कोई देश किसी दूसरे देश को यह दर्जा देता है तो इस बात का विश्वास किया जाता है कि वह उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाएगा. भारत ने भी पाकिस्तान 1996 से एमएफएन का दर्जा दे रखा है. हालांकि आज तक पाकिस्तान ने भारत को एमएफएन का दर्जा नहीं दिया है. भारत की ओर से एफएमएन की वजह से पाकिस्तान को ज्यादा एक्सपोर्ट कोटा और कम ट्रेड टैरिफ मिलता है.