नई दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कार्यक्रम ‘मन की बात’ में उरी में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा ‘मैं इन 18 सैनिकों को नमन करता हूं और श्रद्धांजलि देता हूं. यह पूरे देश की क्षति है और मैं फिर इस बात को दोहराना चाहता हूं कि दोषी सजा पाकर ही रहेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें सेना पर भरोसा है. वह देश के सुख-शांति के लिए पराक्रम करने के लिए तैयार है. जनता और नेताओं के पास बोलने के लिए कई अवसर होते हैं. लेकिन सेना बोलती नहीं है पराक्रम करती है.
वहीं कश्मीर की जनता को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि वहां के लोग भी अब देश विरोधी ताकतों को समझने लगे हैं. ऐसे लोगों से कश्मीरियों ने अलग कर लिया है और शांति के रास्ते पर चल पड़े हैं.
उन्होंने कहा कि शांति, एकता और सद्भवना ही हमारी समस्याओं के समाधान का रास्ता है. यही विकास का भी रास्ता है. हम कश्मीर की आने वाली पीढ़ी के लिए उत्तम मार्ग खोजेंगे. उरी हमले के बाद जिस तरह का आक्रोश देश की जनता के मन में है वह राष्ट्र की चेतना को भी दर्शाता है.
पैरालिंपिक की सफलता का जिक्र
पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये खिलाड़ी कभी गरीबी और दिव्यांगता के आगे नहीं झुके. सभी को इनसे कुछ सीखना चाहिए. गुस्से और देशभक्ति से कुछ रचनात्मक करना चाहिए.
स्वच्छता अभियान का जिक्र
प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान के बारे में कहा कि लोगों के अंदर अब सफाई को लेकर जागरुकता आ रही है. उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर के दिन हमें इस अभियान से जु़ड़ना चाहिए. पीएम ने कहा कि आंध्र प्रदेश, गुजरात, केरल बहुत ही जल्द ‘खुले में शौच’ से मुक्ति पाने वाले हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि ढाई करोड़ शौचालय अब तक पूरे देश में बनाए जा चुके हैं.
पंडित दीनदयाल का उपाध्याय को किया याद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज से दीनदयाल जी के जयंती का शताब्दी वर्ष शुरू हो रहा है. ‘सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ और अंत्योदय का सिद्धांत उन्हीं का है. हम उनके शताब्दी वर्ष को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाएंगे.