नई दिल्ली. पूरे दिल्ली और एनसीआर में बुखार महामारी बनकर फैल चुका है. कहीं डेंगू की शक्ल में तो कहीं चिगनगुनिया बनकर. रही सही कसर पूरी कर डाली है वायरल वाले बुखार ने लेकिन क्या आप जानते हैं कि मच्छरों के इस प्रकोप को रोका जा सकता था. साल भर पहले दिल्ली सरकार ने इसकी कोशिश भी की थी. मच्छरों का समाधान लाने के लिए दिल्ली सरकार की एक खास टीम चीन गई भी थी.
इस वक्त दिल्ली और एनसीआर के अस्पतालों में हज़ारों की तादात में पहुंच रहे मरीज मच्छरों के इसी वार का शिकार हैं. अस्पतालों में लंबी कतारे हैं और हालात बद से बदतर हुए जा रहे हैं. दरअसल डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों के खात्मे के लिए दिल्ली सरकार ने चीन से ऐसे हइब्रिड मच्छरों को लाने का प्लान बनाया था जो डेंगू और चिकुनगुनिया के मच्छरों का का खात्मा करने में माहिर होते हैं. ऐसे मच्छर चीन में बाकायदा लैब में तैयार किए जाते हैं और केजरीवाल सरकार का प्लान भी चीन से ऐसे ही हाइब्रिड मच्छरों को लाकर दिल्ली में फैलाने का था.
लोगों को जहरीले मच्छरों से बचाने के लिए चीन से पालतू मच्छरों को लाने के प्लान पर केजरीवाल सरकार काफी आगे बढ़ गई. और तो और बीते साल अक्टूबर में बाकायदा दिल्ली डायलॉग कमीशन के अध्यक्ष आशीष खेतान अफसरों की एक टीम लेकर चीन भी जा पहुंचे थे, लेकिन 5 दिनों तक चीन में रहने के बाद ना जाने क्या हुआ कि दिल्ली सरकार की वो टीम खाली हाथ लौट आई.
हाल ही में चीन में हुए 20 समिट के दौरान आपने ग्वांगझू नाम के शहर का नाम सुना होगा. ये वही शहर था जहां जी 20 समिट हुआ था. चीन का ग्वांगझू शहर बेहद ही खूबसूरत है लेकिन ये शहर एक और बात के लिए भी जाना जाता है और वो है दुनिया की सबसे बड़ी मच्छर फैक्ट्री. दुनिया की सबसे बड़ी मच्छर फैक्ट्री जहां पैदा किए और पाले जाते हैं वो मच्छर जो डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों के जानी दुश्मन हैं.