गोवा. भारत ने पूर्वोत्तर राज्यों और चीन से सटे इलाकों में सड़क बनाने का काम तेज़ कर दिया है. पवित्र मानसरोवर तक हाइवे बनाने का काम अगले साल अप्रैल तक पूरा हो जाएगा. केंद्रीय राजमार्ग और जहाज़रानी मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि चीन की सीमा से सटे इलाकों में सड़क और हाइवे बनाने के लिए एक लाख करोड़ रुपये की परियोजना मंजूर की गई है, जिसमें से 40 हज़ार करोड़ की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है.
केंद्रीय राजमार्ग और जहाज़रानी मंत्री नितिन गडकरी ने इंडिया न्यूज़ और इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IPPAI) के कार्यक्रम में ये जानकारी दी. 22 सितंबर से गोवा में शुरू हुआ ये कार्यक्रम रेगुलेटर्स एंड पॉलिसी रिट्रीट 25 सितंबर तक चलेगा.
नितिन गडकरी ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में हाइवे और पहाड़ काटकर सुरंगें बनाने के लिए विशेष मशीनें मंगाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि कैलाश-मानसरोवर यात्रियों के लिए सरकार उत्तराखंड में चार लेन वाला हाइवे बना रही है, जिसका आधा काम पूरा हो चुका है और बाकी काम अगले साल अप्रैल तक पूरा हो जाएगा. इस हाइवे के बन जाने के बाद मानसरोवर जाने वाले तीर्थयात्रियों को चीन की सीमा तक जाना आरामदायक और आसान हो जाएगा.
गडकरी ने बताया कि सरकार ने उत्तराखंड के चारों धामों- गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए विशेष हाइवे प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है. इस पर काम बहुत जल्द शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि चार धाम के लिए जो हाइवे बनाया जाएगा, वो ‘ऑल वेदर’ होगा, यानी भू-स्खलन और बर्फबारी से भी ये हाइवे पूरी तरह सुरक्षित रहेगा.