नई दिल्ली. बिहार में मुख्यमंत्री और एक पूर्व मुख्यमंत्री आम-लीची को लेकर आमने-सामने हैं. पूर्व सीएम जीतन मांझी का आरोप है कि उनके बगीचे में मौजूद आम-लीची पर नीतीश ने पहरा लगवा दिया. वहीं, नीतीश ने इसको झूठ बताया है.
दरअसल बिहार के पूर्व सीएम रह जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नीतीश ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जीतनराम मांझी को आम और लीची खाने से रोकने के लिए पुलिसकर्मियों की फौज तैनात कर दी है ताकि मांझी का परिवार फल-सब्जियां न तोड़ सके. कुल मिलाकर इस काम में 8 सब-इंस्पेक्टर और 16 कॉन्स्टेबल लगाए गए हैं.
क्या कहते हैं मांझी?
जीतनराम मांझी ने इंडिया न्यूज से बात करते हुए कहा, ‘नीतीश के ऐसा करने से पता चलता है वह बिहार में जो चाहते हैं, आपको वही करना होगा. मैंने कभी यहां के आम नहीं खाए. हो सकता है नीतीश को मुझसे डर है इसलिए अब वो ऐसा कर रहे हैं.’ सवाल ये है कि नीतीश-मांझी के आम-लीची विवाद में बिहार को क्या मिल रहा है कटहल !
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