नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी में आखिरकार क्या चल रहा है ? ये वो सवाल है जो इन दिनों सियासी गलियारों से लेकर न्यूज़ चैनलों और सोशल मीडिया तक में कानाफूसी का सबब बना हुआ है. सब लोग कयास ही लगा रहे थे कि चंद मिनटों एक और बड़ी खबर आ गई.
बाहरी कहे जा रहे अमर सिंह को संगठन में जगह दे दी गई है. अमर सिंह को एसपी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया है. अखिलेश, रामगोपाल यादव और आजम खान के खुले विरोध के बावजूद मुलायम सिंह यादव का ये फैसला वाकई हैरत अंगेज है. ये दो दिन में दूसरा ऐसा फैसला है जो सीधे-सीधे अखिलेश यादव की हैसियत पर सवाल खड़ा कर रहा है.
इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष पद वापस संभालते ही कल शिवपाल यादव ने एसपी के अलग-अलग संगठनों से जुड़े 7 पदाधिकारियों को निकाल बाहर किया. ये सभी अखिलेश के करीबी बताए जा रहे हैं. इधर 7 लोगों को निकाल गया, उधर शाम को ही रामगोपाल के बेटे और सांसद अक्षय यादव ने सुर बुलंद कर दिए कि अगर 2017 चुनाव में कुछ करना है तो अखिलेश को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए.
इस बवाल के बीच आज अखिलेश कैबिनेट की पहली बैठक हुई, बैठक के बाद चाचा-भतीजा और आजम एक साथ मीडिया के सामने आए और जताया कि हम साथ-साथ हैं. लेकिन हालात देखकर ऐसा लगता नहीं. समाजवादी पार्टी में आखिरकार क्या चल रहा है ?
इंडिया न्यूज के खास शो ‘किस्सा कुर्सी का’ इसी अहम मुद्दे पर पेश है चर्चा.