नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारत ने 20 जवानों को खो दिया है. पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था. उस आतंकी घटना की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है.
लेकिन पाकिस्तान अपनी इस हरकत पर भारत की ही मंशा पर सवाल उठा रहा है. इतना नहीं नहीं पाकिस्तान मीडिया तो हमले की पीछे भारत का ही हाथ होने की बात कर रहा है.
वहां की मीडिया का कहना है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाने जा रहे हैं, उसके कुछ दिन पहले ही हुआ यह हमला कई सवाल खड़ा कर रहा है.
पाकिस्तान के अखबार द न्यूज इंटरनेशनल का कहना है कि यह हमला भारत की साजिश है ताकि यूएन की जनरल असेंबली के दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पाकिस्तान पर सवाल उठाया जा सके. अखबार में साफ- साफ कहा गया कि भारत ने इस हमले को प्लान किया है जिसमें उसके 17 जवान मारे गए और कई गंभीर घायल हो गए.
अखबार ने आगे लिखा ‘अपनी कुटिल मीडिया के सहयोग से भारत का राजनीतिक और सुरक्षा सिस्टम ऐसे कार्रवाई करने के लिए कुख्यात है ताकि अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बदनाम किया जा सके.
वहीं एक दूसरे अखबार द ट्रिब्यून ने अपनी सेना के एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि जब उरी में हमला जारी था तभी भारत के रिटायर सैन्य अधिकारी और कूटनीतिज्ञ पाकिस्तान को कोसने लगे थे. उस अधिकारी ने कहा कि यह हमला इसलिए कराया गया है ताकि कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की खबरों को दबाया जा सके.
वहीं कराची से छपने वाले डॉन न्यूज पेपर में छपा है कि भारत पूरे इलाके को अस्थिर करना चाहता है. भारत उरी में हुए हमलों के लिए पाकिस्तान को दोष दे रहा है यह दोनों देशों के रिश्तों पर असर डालेगा.
गौरतलब है कि रविवार की सुबह उरी में हुए आतंकी हमले में अब तक 20 जवानों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर घायल हैं. हालांकि जवानों ने चार आतंकियों को मार गिराया है. सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई है जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं.