बेंगलुरू. पिछले दिनों कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर बेंगलुरु में हुए बवाल के दौरान फूंकी गई 42 बसों के पीछे का एक चौंकाने वाला सच सामने आया है. पुलिस ने दावा किया है कि कुछ लोगों ने 22 साल की सी. भाग्या से कहा कि अगर वह बसों में आग और भीड़ को उकसाने का काम करेगी तो उसे 100 रुपए और एक प्लेट बिरयानी दी जाएगी.
भाग्या उन लोगों के बहकावे में आ गई और एक ट्रैवल कंपनी की बसों में डीजल डालकर आग लगा दी. इस पूरी घटना का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में भी सामने आया है. जिसमें भाग्या लोगों को उकसाने और बसों में डीजल डाल रही है.
पुलिस की पड़ताल में भी यह भी पता चला है कि भाग्या केपीएन ट्रैवेल्स के गैराज के पास ही अपनी मां के साथ रहती है जिसकी बसों में उसने आग लगाई थी.
गौरतलब है कि कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से आए फैसले के बाद तमिलनाडु और कर्नाटक के कई जिलों में हिंसा हुई थी. बेंगलूरू में भी हिंसा हुई थी. अभी तक इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
क्या है कावेरी के पानी का विवाद
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कर्नाटक कावेरी का 12000 क्यूसेक पानी तमिलनाडु को दे. इस फैसले के खिलाफ कार्नाटक में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और इसकी प्रतिक्रिया तमिलनाडु में भी देखने को मिली जहां कई जगह हिंसा हुई. मामले के नियंत्रण के लिए दोनों राज्यों की सरकारों को अर्द्धसैनिक बलों का सहारा लेना पड़ा था.