दंतेवाड़ा. मच्छरों के कहर से कोई नहीं बच पाया है. क्या आम लोग, क्या सेलिब्रिटी और अब एक नक्सली को भी मच्छर से हार माननी पड़ी है. कई खूंखार वारदातों को अंजाम देने वाली नक्सली लखे पिता कुम्मा को मेलरिया हो गया था, जिसका इलाज कराने वह किरंदुल के अस्पताल गई, तो वहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
लखे पिता कुम्मा पर बारूदी विस्फोट से सीआईएसएफ के सात जवानों की हत्या और आप नेता सोनी सोरी के पिता पर हमला करने का आरोप है. उस पर पांच लाख रुपये का ईनाम भी रखा गया था.
सहायक पुलिस अधीक्षक नक्सल आॅपरेशन जीएन बघेल ने बताया कि जनताना सरकार की अध्यक्ष व एरिया कमेटी सदस्य लखे की एनएमडीसी परियोजना अस्पताल में इलाज करवाने की इंटेलिजेंस से सूचना मिली थी। वह 15 सितंबर को अस्पताल में भर्ती हुई लेकिन अगले ही दिन डिस्चार्ज हो गई. लखे 18 सितंबर को जब दुबारा इलाज के लिए अस्पताल आ रही थी, तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
लखे पिता कुम्मा पर दर्जन भर से ज्यादा वारदातों में शामिल होने का आरोप है. वह 14 सालों से नक्सल समूह के कई पदों पर रही है. वह नक्सली नेताओं के लिए ठहरने का इंतजाम करने के कार्य भी करती रही है.