नई दिल्ली. भारत की न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में सदस्यता को लेकर चीन ने अपनी ओर से कुछ नरमी के संकेत दिए हैं. चीन इस मसले पर दूसरे दौर की बातचीत करने में सहमति जताई है.
चीन और भारत दोनों देश NSG में सहमति बनाने के लिए अक्टूबर में दूसरे राउंड की बातचीत शुरू करेंगे. चीन की ओर से कहा गया है कि NSG में भारत के समर्थन में आम राय बनाने के लिए और बातें होनी चाहिए थीं और इसको अक्टूबर में पूरा करेंगे.
बताया जा रहा है कि NSG में अमेरिका के भारत को समर्थन को देखते हुए चीन अपने रुख में नरमी लाया है. चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह नॉन-एनपीटी देशों को सदस्यता दिए जाने को लेकर आम सहमति बनाए जाने के विषय पर दूसरे चरण की बातचीत करने पर तैयार है.
चीन की ओर से कहा गया है कि वह इस मामले में अक्टूबर को दूसरे चरण की बातचीत के लिए तैयार है. हालांकि चीन ने ये भी कहा कि वह किसी विशेष देश की सदस्यता के मुद्दे का समर्थन नहीं करता है.
चीन की शह पर पाकिस्तान भी NSG में भारत की सदस्यता का खुल्लम-खुल्ला विरोध कर रहा है. राजनयिकों का मानना है तो ग्रुप में शामिल 48 देशों में तुर्की, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रिया और दक्षिण अफ्रीका भी भारत की सदस्यता नहीं चाहते हैं.
जानकारों की मानें तो इस बार भारत को NSG की सदस्यता मिलना लगभग तय है. बता दें कि चीन ने NSG में भारत की सदस्यता का इस आधार पर विरोध किया था कि इस देश ने नॉन-एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.