श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के नेता और श्रीनगर से सांसद तारिक कारा ने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया है. तारिक 2002 में मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली PDP सरकार में वित्त मंत्री रहे थे.
तारिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की वर्तमान सरकार PDP-BJP गठबंधन सरकार घाटी में जारी हिंसा से निपटने में पूरी तरह असफल रही है साथ ही उन्होंने कश्मीर हिंसा में मारे गए लोगों के प्रति सवंदेना जताई. कश्मीर के भविष्य के लिए PDP-BJP गठबंधन को टूटना चाहिए.
तारिक ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात से भारत की कश्मीर नीति की सच्चाई दुनिया के सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव के समय PDP ने BJP के खिलाफ प्रचार कर लोगों का वोट हासिल किया और फिर बाद में BJP के साथ गठबंधन कर कश्मीर की आवाम के साथ धोखा है.
तारिक ने कहा कि दोनों पार्टियों कि विचारधारा अलग हैं, इसी वजह से कश्मीर में हिंसा के हालात बने हुए हैं. मैंने कई बार मुफ्ती साहब और महबूबा मुफ्ती से गठबंधन न करने की बात कही, उस वक्त मेरा पार्टी में मजाक बनाया गया. उन्होंने महबूबा पर तंज कसते हुए कहा कि महबूबा ने चुनाव के समय जम्मू-कश्मीर की जनता से कई वादे किए, लेकिन महबूबा उन्हें पूरा करने में नाकाम रहीं.
वहीं, PDP में मचे घमासान के बाद BJP ने खुद को किनारे कर लिया है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये PDP का अंदरुनी मामला है और इससे BJP का कोई लेना-देना नहीं है. हम इसे बेवजह धोखा नहीं दे सकते. उन्होंने कहा कि BJP और PDP के बीच जम्मू-कश्मीर में विकास के एजेंडे को लेकर गठबंधन हुआ था.