भोपाल. व्यापम घोटाले और अब तरक्की के तमाम दावे करनी वाली मध्यप्रदेश सरकार की पोल खुलती हुई दिखाई दे रही है. रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया की हालिया रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक शिशु की होने वाली मृत्यु दर में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है. शिशु मृत्यु दर के अलावा रेप और कुपोषण के मामले में भी मध्यप्रदेश आगे है.
आंकड़ों से पता चलता है कि यहां प्रति हजार नवजातों में से 52 नवजात की मृत्यु हो जाती है. इसमें बालिका शिशु मृत्यु दर 53 और बालक शिशु मृत्यु दर 51 है. प्रदेश के ग्रामीण हिस्सों में स्थिति और भी चिंताजनक बनी हुई है. जहां प्रति हजार नवजातों में से 57 की मृत्यु जन्म के वक्त या जन्म के थोड़े समय बाद हो जाती है. देश में शिशु मृत्यु दर में इसके बाद उड़ीसा और असम दूसरे स्थान पर हैं.
स्वास्थ्य सुविधाएं बेअसर
सरकार के भारी भरकम बजट और स्वास्थ्य सुविधाएं देने के बावजूद उसका असर जमीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है. वहीं इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताई है और इनसे निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही है.