नई दिल्ली. दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में इस बार चिकनगुनिया का प्रकोप है. मच्छरों की वजह से होनी वाली इस बीमारी से 3 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसकी वजह से लोगों में काफी डर फैल गया है. लेकिन अगर थोड़ी सी भी सावधानी बरती जाए तो इस रोग को छू-मंतर किया जा सकता है.
दरअसल, डेंगू और चिकनगुनिया के मामले में अक्सर लोग लापरवाही बरतते हैं जिसकी वजह से केस बिगड़ जाता है. इसलिए जुलाई से लेकर दिसंबर तक भी जब भी बुखार हो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.
क्या हैं चिकनगुनिया के लक्षण
1- मच्छर काटने के बाद चिकनगुनिया के लक्षण मरीज को एक हफ्ते में नजर आने लगते हैं. जिसमें सबसे पहले बुखार आता है. जोड़ो में दर्द शुरू हो जाता है.
2- कभी-कभी बुखार 104 डिग्री तक पहुंत जाता है. ऐसी स्थिति में ठंडे पानी की पट्टी मरीज के माथे पर रखनी चाहिए.
3- जोड़ो में सूजन आ जाती है.
4- शरीर पर लाल रंग के चकत्ते, आंखें लाल और उससे पानी आता है.
बचाव
1- मच्छर से बचकर रहें. आस-पास पानी न जमा होने दें.
2- रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं और पूरी बाहों के कपड़ें पहनें.
3- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें.
4- बीमार होने पर पानी खूब पिएं.
डेंगू के लक्षण
1- ये बीमारी भी मच्छर के काटने से होती है. इसमें तेज बुखार आता है. शरीर पर रैशेज पड़ जाते हैं.
2- चक्कर आता, स्वाद बदल जाता है.
3- सर और पूरे शरीर में तेज दर्द होता है.
4- खून में प्लेटलेट्स तेजी से घट जाते हैं. जिसकी वजह से कई बार खून भी चढ़ाना पड़ता है.
बचाव
1- तुरंत डॉक्टर से मिले. बिना सलाह के कोई दवा न खाएं.
2- खूब पानी पिएं. नारियल, पानी, ग्लूकोज, फलों का रस, पी सकते हैं.
3- पपीता और उसके पत्ते का जूस काफी फायदेमंद होता है.