बेंगलुरु। सोनिया गांधी के नेतृत्व में बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष बैठक में 24 दलों ने हिस्सा लेने की सहमति दे दी है. ममता बनर्जी को लेकर संदेह था कि वह बैठक में हिस्सा नही लेंगी. लेकिन खबर यह […]
बेंगलुरु। सोनिया गांधी के नेतृत्व में बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष बैठक में 24 दलों ने हिस्सा लेने की सहमति दे दी है. ममता बनर्जी को लेकर संदेह था कि वह बैठक में हिस्सा नही लेंगी. लेकिन खबर यह है कि वह भी अभिषेक बनर्जी के साथ बैठक में हिस्सा लेने बेंगलुरु पहुंच रही हैं. इधर अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) ने भी बैठक में शामिल में होने के लिए सहमति दे दिया है.
खबर के मुताबिक, बैठक में कुछ दलों के शामिल होने पर अभी भी संदेह है. बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर लड़ने की घोषणा कर दी है. उधर, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी ने पारिवारिक कार्यक्रमों का हवाला देकर विपक्षी दलों की पटना बैठक में आने से इनकार कर दिया था. हालांकि, अब उन्होंने साफ कर दिया है कि वह बेंगलुरु में होने वाली बैठक में शामिल होंगे. वहीं केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन मिलने पर अब अरविंद केजरीवाल भी भगवंत माने के साथ बेंगलुरु पहुंच रहे हैं.
वहीं, भाजपा ने विपक्षी एकता पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस आज की परिस्थिति की 2004 से तुलना कर रही है. भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा अकेले दम पर दो बार सत्ता में आ चुकी है. इसके साथ ही बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. उन्होंने कहा कि विपक्ष 2014 और 2019 में नेता विपक्ष की हैसियत पाने के लिए आवश्यक सीटें भी हासिल करने में नाकाम रहा है.
यह पटना में हुई बैठक की अगली कड़ी है, बेंगलुरु पहुंचे कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल