नई दिल्ली. वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरूप राहा ने पीओके पर बड़ा ब्यान देते हुए कहा कि ‘आज पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हमारे गली की हड्डी बना हुआ है लेकिन अगर पहले हुए युद्धों में भारतीय वायुसेना का सही से इस्तमाल होता तो आज हालात कुछ और होते.’
ऐसा पहली बार हुआ जब किसी वायुसेना प्रमुख ने इस तरह से कश्मीर पर कोई बयान दिया हो. इतना ही नहीं वायुसेना प्रमुख ने दिल्ली के एक सेमीनार में कहा कि कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान ने अपने कब्जे के कारण हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद स्थितियों का फायदा उठाया.
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर अभी भी हमारी आंखों में चुभता है. बता दें कि पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों के लिहाज से सिर्फ 1971 में ही वायुसेना का इस्तमाल हुआ था. 1965 की जंग और 1999 के कारगिल युद्ध में वायुसेना की भूमिका बेहद सीमित रही थी. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि युद्धों में हमने वायुसेना का सही इस्तमाल नहीं किया.
एयरचीफ मार्शल अरूप राहा के रिटायरमेंट में तीन महीने का वक्त अभी बाकी है और उससे पहले उन्होंने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा है. उन्होंने यह भी कहा कि चीन के साथ हुए युद्ध में अगर वायुसेना को मौक़ा मिलता तो वहां भी आज अलग हालात होते.