नई दिल्ली. आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से ही कश्मीर में हालात सामन्य नहीं हो पा रहे हैं. इस संकट के बाद से ही केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल एनएन वोहरा को हटाने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार 25 अगस्त को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कश्मीर दौरे के बाद वोहरा को हटाना की चर्चाएं शुरू हुई हैं. हालांकि आधिकारिक तौर पर वोहरा को बदले जाने की किसी भी स्तर पुष्टी नहीं हुई है.
सूत्रों के अनुसार वोहरा के संभावित उत्तराधिकारी के तौर पर तीन रिटायर्ड जनरल और दो पूर्व राज्यपालों के नामों पर चर्चा चल रही है. मिली जानकारी के अनुसार जिन नामों पर चर्ची चल रही है उनमें BJP नेता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी, लेफ्निनेट जनरल (रिटा.) सैयद अला हसनैन, जनरल (रिटा.) वेद प्रकाश मलिक और पूर्व गृह सचिव अनिल बैजल शामिल है.
सूत्रों के अनुसार अगले राज्यपाल के तौर पर 1969 बैच के IAS पूर्व गृहसचिव अनिल बैजल का नाम सबसे ऊपर चल रहा है. बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय गृह सचिव थे. वे विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के सदस्य भी रह चुके हैं. राज्यपाल पद की रेस में BJP नेता और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट गवर्नर सैयद अता हसनैन का नाम भी चल रहा है. बताया जा रहा है किे इस बारे में आखिरी फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद श्रीनगर में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और करीब 4500 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. केंद्र सरकार ने घाटी में BSF के 2600 जवानों की तैनाती की है. बता दें कि घाटी में आतंरिक सुरक्षा के लिए BSF को 1991 से 2004 तक तैनात रखा गया. बाद में इसे LOC पर तैनात कर दिया गया था. स्थानीय लोगों के मन में BSF की छवि एक आक्रमक और क्रूर बल की है.