किस्सा कुर्सी का: जर्जर हैं बिजली के तार, अंधेरे में रहने को मजबूर बिलग्राम के लोग

बिलग्राम-मल्लावा सीट का गठन 2012 में हुआ था. बीएपी के बृजेश कुमार वर्मा इस क्षेत्र के विधायक हैं. 4 साल पहले घोषित मल्लावां चीनी मिल अब तक चालू नहीं हुआ है. क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. अंदरुनी ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नहीं पहुंची. बेहिसाब कटौती, 8-10 घंटे मिलती है बिजली.

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किस्सा कुर्सी का: जर्जर हैं बिजली के तार, अंधेरे में रहने को मजबूर बिलग्राम के लोग

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  • August 23, 2016 1:12 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ. इंडिया न्यूज की टीम अपनी खास पेशकश ‘किस्सा कुर्सी का’ के साथ उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जनता के मूड को जानने की कोशिश कर रही है. इस बीच टीम बिलग्राम-मल्लावा सीट परिसीमन का जायजा लेने पहुंची.
 
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बता दें कि बिलग्राम-मल्लावा सीट का गठन 2012 में हुआ था. बीएपी के बृजेश कुमार वर्मा इस क्षेत्र के विधायक हैं. जनता का आरोप है कि 4 साल पहले घोषित मल्लावां चीनी मिल अब तक चालू नहीं हुआ है. क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. अंदरुनी ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नहीं पहुंची. बेहिसाब कटौती, 8-10 घंटे मिलती है बिजली.
 
 एसपी नेताओं पर जमीन पर कब्जे के आरोप हैं साथ ही एसपी नेताओं की शह पर अवैध खनन जारी. कई तालाबों पर एसपी के लोगों ने कब्जा किया. निजी शिक्षण संस्थाओं के नाम पर अकल उद्योग, सड़के खस्ताहाल, ग्रामीण इलाकों में सड़क ही नहीं, 4 सालों में हत्या, लूट की वारदातें तेजी से बढ़ी हैं, लोगों ने यह आरोप लगाए हैं कि नेताओं की सिफारिश के बिना पुलिस शिकायत नहीं सुनती, बिजली के तार जर्जर हैं, बिजली 6-8 घंटे मिलती है. वीडियो पर क्लिक कर देखिए पूरा शो

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