श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादियों और विपक्षी दलों पर करारा हमला किया. महबूबा ने कहा कि घाटी में चंद लोग निजी स्वार्थ के लिए महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह छोटा तबका राज्य में PDP-BJP के गठबंधन से खुश नहीं है और इसके लिए समस्याएं खड़ी कर रहा है.
‘सुरक्षाबलों का किया बचाव’
उन्होंने कहा कि पांच फीसदी लोगों के लिए 95 फीसदी लोगों को सजा नहीं दी जा सकती. इसके साथ ही महबूबा ने पैलेट गन के इस्तेमाल पर सुरक्षाबलों का बचाव भी किया. उन्होंने कहा कि जब सुरक्षाबलों का सब्र टूट जाता है, उनके जान पर बन आती है तब उन्हें मजबूरन पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ता है.
‘प्यार से रहना चाहती है बहुसंख्यक आबादी’
महबूबा ने घाटी में शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए यहां के लोगों का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर की बहुसंख्यक आबादी शांति और प्यार से रहना चाहती है. कुछ चंद लोग घाटी में कानून व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में चल रही हिंसाओं के बाद भी राज्य से बाहर पढ़ रहे कश्मीरी बच्चे सुरक्षित हैं. यह इस बात का सबूत है कि देश के दूसरे हिस्सों में रहने वाले लोग भी कश्मीरियों से प्रेम करते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंसा से किसी समस्या का हल नहीं निकल सकता.
‘पहले भी हुई थी कोशिश’
महबूबा ने कहा कि ऐसे लोगों ने 2008 में भी समस्या खड़ी करने की कोशिश की. उन्होंने आगे कहा कि जब हमारी सरकार बनी ही थी तभी हंदवारा की घटना को लेकर समस्या खड़ी करने की कोशिश की गई, लेकिन वे सफल नहीं हुए.
कश्मीर में तनावपूर्ण हालात को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में राज्य के विपक्षी नेताओं के एक डेलीगेशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार को मुलाकात की. पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद उमर अब्दुल्ला ने बताया कि बैठक काफी अच्छे माहौल में हुई है. प्रधानमंत्री ने हमारे ज्ञापन को स्वीकार कर लिया है. अब्दुल्ला ने कहा कि पीएम ने बोला है कि कश्मीर मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बता दें कि राज्य में 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में मारे जाने के बाद से हिंसा का दौर जारी है.