मऊ. विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के पूर्वी क्षेत्र संगठन मंत्री अमरीश ने एक विवादित बयान दिया है. अमरीश ने कहा है कि ‘हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई’ कहने से कोई भाई नहीं हो जाता और न ही कोई कानून बनाने से कोई भाई बन जाता. उन्होंने आगे कहा कि भाई होने के लिए मां की जरूरत है और कोई वंदे मातरम कहे वही भाई हो सकता है.
अमरीश ने कहा कि गाय माता का मांस बेचने वाले लोग हमारे भाई नही बन सकते. उनका कहना था कि गंगा-जमूनी तहजीब की बात की जाती है. इसका क्या मतलब होता है. इन सब का कोई मतलब नही है. अमरीश ने ये बात मऊ में VHP के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान कही.
अमरीश ने कहा कि दो ही लाइन होती है, एक देशभक्ति और दूसरी देशद्रोही, लेकिन यहां तो एक तीसरी अलगाववाद है. ये अलगाववादी लोग भारत से नागरिकता का प्रमाण पत्र लेकर हमारे ही रोटी खाकर, हमारे ही पैसों से फाइव स्टार होटल में रहकर, हवाई जहाजों से चल कर और दिल्ली में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यहां की सम्प्रभुता को ललकारने वाले कुत्तों को टुकड़े देने की परंपरा बंद होनी चाहिए. इन पागल कुत्तों को गोली मार देनी चाहिए.