नई दिल्ली. बीते 8 अक्टूबर को नोएडा यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान की एक छात्रा ईशा बहल को 24 घंटों के लिए भारत में ब्रिटेन की राजदूत बना दिया गया. दरअसल ब्रिटिश हाई कमीशन ने 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की थी. जिसके तहत एक खास सोशल मीडिया पोस्ट के लिए 23 साल की ईशा बहल को चुनकर उन्हें एक दिन के लिए ब्रिटेन का राजदूत बनाया गया. वे सोमवार को पूरे दिन इस खास पद पर रहीं. ब्रिटिश हाई कमीशन ने 18 से 23 साल की लड़कियों के लिए ये प्रतियोगिता आयोजित की थी. इसमें प्रतिभागियों को एक वीडियो प्रोजेक्शन के जरिए जेंडर इक्वेलिटी यानी लैंगिक समानता को लेकर अपनी परिभाषा को बताना था.
ईशा बहल ने एक न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में बताया कि- ये कर पाना मेरे लिए बेहद आसान रहा. मैंने अपने फेसबुक अकॉउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो के जरिए मैंने लैंगिक समानता को लेकर अपनी निजी परिभाषा के बारे में बताया. फेसबुक पर इस वीडियो में मैंने प्रतियोगिता के नियम के अनुसार यूके और भारत को टैग किया. इसके बाग मुझे अपनी जीत के लिए एक मेल आया. ये अनुभव बेहद शानदार रहे.
बता दें कि प्रतियोहगिता में देशभर से कुल 58 छात्राओं ने हिस्सा लिया था. ईशा बहल ने ब्रिटेन हाई कमीशनर के पद का चार्ज लेने के बाद सोमवार को कई कामों को भी पूरा किया. उन्होंने कई मीटिंग लीं और कुछ जगहों का दौरा भी किया.
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