नई दिल्ली. कश्मीर में चार आतंकवादियों को मार गिरा कर शहीद हुए हवलदार हंगपन दादा को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजे जाने का निर्णय लिया गया है. इसी के साथ केंद्र सरकार ने 2 नौसेना मेडल, 2 वायु सेना मेडल, 14 शौर्य चक्र और 63 सेना मेडल दिए जाने का ऐलान किया.
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के बोदुरिया गांव के रहने वाले हंगपन दादा 13 हज़ार फुट की ऊंचाई पर स्थित हिमालय की पहाड़ियों पर तैनात थे. वह 2015 से उच्च पर्वतीय रेंज में तैनात थे और आतंकवाद रोधी अभियानों के तहत उन्हें 35 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात किया गया था. अपनी टीम में उन्हें प्यार से दादा के नाम से पुकारा जाता था.
27 मई को शमसाबरी रेंज में दादा और उनकी टीम ने आतंकियों की हलचल देखते ही मोर्चा संभाल लिया था. दुश्मन बेशक ऊंचाई पर थे लेकिन दादा और उनकी टीम की ओर से देरी ना करते हुए हमला शुरू कर दिया गया था. दोंनो ही ओर से लगभग 24 घण्टे गोलीबारी चली और कुल चार में से दो आतंकियों को दादा ने अकेले ढेर कर दिया था.
इसके बाद एक आतंकी से दादा की हाथापाई भी हुई और बावजूद इसके दादा आतंकी को खत्म करने में वह कामयाब रहे. चौथे आतंकी को उनकी टीम ने खत्म कर दिया. आतंकियों से मुकाबला करते हुए हंगपन दादा बुरी तरह से घायल हो गए थे और अपने साथियों की जान बचाते हुए वीर गति को प्राप्त हुए.