नई दिल्ली. एनआईए ने कश्मीर से जिंदा पकड़े गए आतंकी बहादुर अली उर्फ बहादुर ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है. बहादुर अली के हवाले से राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि पाकिस्तानी फौज के अफसर सादी वर्दी में आतंकी कैंपों में आते हैं और खास ट्रेनिंग देते हैं.
बहादुर अली के बयान के आधार पर एनआईए महानिरीक्षक संजीव कुमार सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कई इलाकों में लश्कर के ट्रेनिंग कैंप हैं, जिनमें 30 से 50 आतंकी मौजूद रहते हैं. बहादुर अली ने बताया कि लश्कर के कैंप में पाकिस्तानी सेना के प्रशिक्षित अफसरों से उसे ट्रेनिंग मिली. सादी वर्दी में सैन्य अधिकारियों ने उसे विशेष तरह के कोड भी सिखाए थे. इन अफसरों का नाम किसी को पता नहीं था, उन्हें सिर्फ कैप्टन या मेजर कहकर बुलाया जाता था.
बहादुर अली के हवाले से एनआईए अफसर ने कहा, ‘उसे भीड़ में शामिल होकर सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड से हमला करना था. लेकिन कई बार कोशिश के बावजूद वह नाकाम रहा। उसने बताया कि लश्कर के जो भी आतंकवादी भारत में मारे जाते हैं उनके लिए आतंकी कैंपों में नमाजे जनाजा निकाला जाता है.’
बता दें कि बहादुर अली लाहौर का रहने वाला है. उसने 11 या 12 जून को घुसपैठ की थी. उसे स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर 26 जुलाई को कश्मीर के हंदवाड़ा जिले से पकड़ा गया था. उससे पूछताछ के अगले दिन सुरक्षाबलों ने उसके साथियों को पकड़ने का अभियान चलाया और चार आतंकियों को ढेर कर दिया.