नई दिल्ली. कश्मीर की मौजूदा स्थिती पर विचार के लिए केंद्र सरकार ने 12 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे. कश्मीर घाटी की स्थिती पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में बुधवार को चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि 12 अगस्त को ससंद का मॉनसून सत्र खत्म हो रहा है, उसी दिन दोपहर 12 बजे पीएम मोदी की मौजूदगी में कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी.
राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह जनता के विरोध का सामना करते समय संयम बरतें. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से कश्मीर मुद्दे पर कोई भी बात पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के संदर्भ में होगी.
नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे पर पीएम मोदी की कड़ी आलोचना की. कांग्रेस ने संसद से बाहर कश्मीर पर बयान देने के लिए PM मोदी पर हमला बोला. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी क्यों लंबे समय तक इस मुद्दे पर चुप रहे.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी हर मामले पर ट्वीट करते हैं, लेकिन कश्मीर पर खामोश क्यों रहे. आजाद ने कहा कि इस सदन में ये चौथी दफा हम कश्मीर पर चर्चा कर रहे हैं. हमने बार-बार कहा कि वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) को ही आना चाहिए. लेकिन हमारे हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम ने मध्य प्रदेश से कश्मीर को संबोधित किया. मुझे नहीं मालूम कि मध्य प्रदेश हिंदुस्तान की राजधानी कब तब्दील हो गई.
तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि विशेषज्ञ पैनल को दो महीने में नहीं बल्कि दो दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए. वहीं जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता शरद यादव ने कहा कि कश्मीर का सवाल हमें हल करना पड़ेगा.
आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कश्मीर में पिछले एक महीने से कर्फ्यू जारी है. इस विरोध प्रदर्शन में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में अब तक 58 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 3300 पुलिस वाले सहित 8000 लोग जख्मी हैं.