जयपुर. BJP शासित राजस्थान की सबसे बड़ी सरकारी गौशाला में पिछले 10 दिनों में भूख और गंदगी से 100 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है. हाईकोर्ट ने हिंगोनिया गौशाला में गायों की बेतहाशा मौत पर सख्ती दिखाते हुए वसुंधरा राजे सरकार से इस पर रिपोर्ट मांग ली है.
हिंगोनिया गौशाला में गायों के मरने का सिलसिला 21 जुलाई से शुरु हुआ था और पिछले दो हफ्तों में 100 से ज्यादा गायों ने दम तोड़ दिया है. इस गौशाला में 8000 से ज्यादा गाय हैं.
कर्मचारियों ने छोड़ दिया है काम
गायों की मौत का कारण भूख और गंदगी बताया जा रहा है क्योंकि गौशाला के कर्मचारियों ने 5 महीनों से सैलरी नहीं मिलने की वजह से काम करना बंद कर दिया है.
कर्मचारियों की कमी की वजह से गौशाला की सफाई ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है. सफाई नहीं होने से पूरा गौशाला मिट्टी, कीचड़ और गोबर का दलदल बन चुका है जिसमें फंस कर भी कुछ गायों ने दम तोड़ दिया.
वहीं डॉक्टरों ने कुछ गायों के मरने का कारण भूख बताया है क्योंकि स्टाफ की कमी से गायों को सही समय पर सही मात्रा में चारा तक नहीं मिल पा रहा है. उनका कहना है कि खाना न मिलने की वजह से कई गायों ने दम तोड़ दिया.
इस बीच सोशल मीडिया पर लोगों सवाल पूछ रहे हैं कि मरी हुई गाय को लेकर कभी मुसलमान तो कभी दलित को पीटने वाले गोरक्षा ब्रिगेड के कार्यकर्ता कहां लापता हो गए हैं. लोग कह रहे हैं कि कम से कम गोरक्षक गौशाला को साफ-सुथरा रखने और चारा खिलाने का काम तो कर ही सकते हैं अगर उन्हें सचमुच गाय से इतना प्रेम है.