बुलंदशहर गैंगरेप मामले पर राजनीति कर रही है BJP: अखिलेश यादव

बुलंदशहर गैंगरेप मामले में पांच दिन बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इस घटना को बेहद शर्मनाक बताया. जब उनसे आजम खान के विवादित बयान के बारे में पूछा तो अखिलेश उनके बचाव की मुद्रा में नजर आए. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल मामले का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.

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बुलंदशहर गैंगरेप मामले पर राजनीति कर रही है BJP: अखिलेश यादव

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  • August 4, 2016 9:49 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ. बुलंदशहर गैंगरेप मामले में पांच दिन बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इस घटना को बेहद शर्मनाक बताया. जब उनसे आजम खान के विवादित बयान के बारे में पूछा तो अखिलेश उनके बचाव की मुद्रा में नजर आए. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल मामले का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि आजम ने बुलंदशहर गैंगरेप को राजनितिक साजिश बताया था.
 
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क्या कहा CM अखिलेश ने
अखिलेश ने कहा कि बुलंदशहर में जो भी हुआ वह बेहद दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक घटना है. लेकिन कुछ पार्टियां इस मामले में राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं. अगर विपक्षी दल चाहते हैं CBI जांच हो मैं CBI से जांच के लिए तैयार हूं.
 
 
अखिलेश ने कहा कि विपक्षी दल अगर पीड़ित की मदद चाहते हैं तो मैं मदद करने के लिए तैयार हूं. लेकिन कमरे में आखिर भारतीय जनता पार्टी के नेता क्या समझा रहे हैं उनको. कमरे में बैठकर आखिर मैं जानना चाहता हूं कि पीड़ित लोगों को क्या समझा रहा हूं. लेकिन विपक्षी दलों को इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. 
 
 
क्या था मामला ?
बता दें कि बुलंदशहर हाईवे से जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोक कर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया. बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाई-वे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया. इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए. बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया गया.
 
 
अगली सुबह परिवार का एक सदस्य रस्सी खोलने में सफल रहा और फिर उसने  मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में की. घटनास्थल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर एक पुलिस पोस्ट भी है. इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमों को तैनात किया गया है. मामले में अब तक सात पुलिस अफसरों को निलंबित कर दिया गया है.

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